A short story about Indian Muslims and Politicians
हिन्दोस्तानी मुसलमानो की एक मिसाल !!!
मुल्ला जी सीधे साधे आदमी थे ! एक दफा बस में कहीं जा रहे थे , जब कंडेक्टर को किराया देने के लिए बगल वाली जेब में हाथ डालने लगे तो साथ में बैठे अजनबी आदमी ने उन का हाथ पकड़ते हुवे कहा !! नहीं मुल्ला जी आप का किराया मै देता हूँ , मुल्ला जी ने बहोत तकल्लुफ किया की नहीं वो खुद अपना किराया देंगे लेकिन अजनबी ने उन का हाथ मज़बूती से पकड़े रखा और फिर मुल्ला जी का किराया भी कंडेक्टर को दे दिया ...अगले स्टॉप पर अजनबी उतर गया और मुल्ला जी ने कोई और चीज़ तलाश करने के लिए अपनी जेब में हाथ डाला तो वो खाली था , पर्स अजनबी आदमी ने निकाल लिया था !!
दुसरे दिन मुल्ला जी ने अचानक बाजार में उस अजनबी को देख लिया , तो वह अजनबी मुल्ला जी के गले लग कर रोने लगा की मुझे माफ़ कर दो ,, तुम्हारी चोरी करने के बाद मेरी लड़की मर गयी , मुल्ला जी उसको माफ़ कर के जाने दिया कुछ देर के बाद जब मुल्ला जी कुछ सामान लेने के लिए गए जेब में हाथ डाले तो जेब फिर साफ़ थी !! कुछ ही दिनों के बाद मुल्ला जी मोटर सायकल से कहीं जा रहे थे अचानक उस अजनबी आदमी को देखा और पकड़ लिया ..अजनबी आदमी चोर ने रोते रोते माफ़ी मांगी और तमाम पैसे भी वापस वापस कर दिए ..और फिर सामने वाली होटल पर ले जा कर के मुल्ला जी को चाय भी पिलाई और मुल्ला जी से इजाज़त ले कर के रुखसत हो गया !! मुल्ला जी ख़ुशी खुशी अपने मोटर साइकल के पास आये तो देखा अजनबी चोर मोटर साईकिल ले कर के फरार हो चूका था !!!
सबक :: यही हाल हिन्दोस्तानी मुसलमान और हुक्मरानो का है ! जो हर बार एक नए तरीके से हमको लूट रहे हैं !!